भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान

आज की इस पोस्ट में हम भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान ( Major National Parks of India ) के बारे में आपको बताने वाले हैं भारत में जितने भी राष्ट्रीय उद्यान है उन सभी के बारे में आप हमारी इस पोस्ट में पढ़ सकते हैं क्योंकि यहां से बहुत बार परीक्षा में प्रश्न पूछा जाता है इसलिए अगर आप किसी भी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको राष्ट्रीय उद्यानों की जानकारी होना बहुत जरूरी है

इसलिए हमने सभी भारत के राष्ट्रीय उद्यानके नोट्स नीचे उपलब्ध करवा दिए हैं जिन्हे आप आसानी से पढ़ सकते है और याद कर सकते है 

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Major National Parks of India : भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान

 राष्ट्रीय उद्यान

· सरकार द्वारा संरक्षित एक ऐसा क्षेत्र जहाँ विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों एवं वनस्पतियों का संरक्षण किया जाता है राष्ट्रीय उद्यान कहलाता है।

·   इन राष्ट्रीय उद्यानों की स्थापना का उद्देश्य विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवो एवं वनस्पतियो का संरक्षण करना है जो मनुष्य की बढ़ती प्रतिस्पर्द्धा के कारण धीरे-धीरे विलुप्त होते जा रहे हैं इन्हीं वन्यजीवों एवं वनस्पतियों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय उद्यानों की स्थापना की जाती है। भारत में कुल राष्ट्रीय उद्यानों की संख्या 106 हैं। जो महत्त्वपूर्ण निम्नलिखित है-

1.  नंदा देवी नेशनल पार्क

·  नंदा देवी नेशनल पार्क नंदा देवी शिखर के चारों ओर विस्तृत उत्तराखंड में अवस्थित है। यह वर्ष 1982 में स्थापित तथा वर्ष 1988 में इसे UNESCO द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया गया, यहाँ राम गंगा नदी बहती है।

2.  सलीम अली नेशनल पार्क

·  यह जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के समीप है। यह नेशनल पार्क पक्षी वैज्ञानिक सलीम अली की स्मृति में बनाया गया है।

3.  किश्तवार नेशनल पार्क

·  यह नेशनल पार्क जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में अवस्थित है। यह भारत का सबसे बड़ा अधिसूचित संरक्षित क्षेत्र है तथा नंदा देवी के बाद दूसरा सबसे बड़ा अधिसूचित जैवमंडल है।

4.  हेमिस नेशनल पार्क

·  यह उच्च अक्षांशीय नेशनल पार्क जम्मू-कश्मीर के दक्षिण लद्दाख क्षेत्र में अवस्थित है। हिमालय के उत्तर में अवस्थित यह भारत का सबसे बड़ा अधिसूचित संरक्षित क्षेत्र है तथा नंदा देवी के बाद दूसरा सबसे बड़ा आरक्षित जैवमंडल है।

5.  पिन घाटी नेशनल पार्क

·  यह हिमाचल प्रदेश के लाहौल व स्पीति घाटी के ठंडे मरुस्थल क्षेत्र में स्थित है। इसे वर्ष 1987 में नेशनल पार्क घोषित किया गया।

6.  ग्रेट हिमालय नेशनल पार्क

·  यह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू प्रदेश में अवस्थित है। यह नेशनल पार्क वर्ष 1987 में बना।

7.  गोविंद पशु विहार नेशनल पार्क

·  यह नेशनल पार्क उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में अवस्थित है।

8.  गंगोत्री नेशनल पार्क

·  यह उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भागीरथी नदी के ऊपरी अपवाह क्षेत्र में अवस्थित है। इस पार्क की उत्तर-पूर्वी सीमा चीन के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा से मिलती है।

9. राजाजी नेशनल पार्क

·  यह उत्तराखंड में हिमालय के पर्वतपाद शिवालिक में अवस्थित है। यह तीन इकाइयों 1. चिल्ला, 2. मोतीचूर, 3. राजाजी से मिलकर बना है।

10.  फूलों की घाटी नेशनल पार्क

·  यह उत्तराखंड के चमोली जिले में अवस्थित है। इसके निकटतम कस्बा जोशीमठ है। यह घाटी जैव-विविधता में धनी है।

11.  दाचीगाम नेशनल पार्क

·  दाचीगाम नेशनल पार्क पश्चिमी हिमाचल के ऊँचे पर्वत पर अवस्थित है। दाचीगाम नेशनल पार्क कश्मीर राज्य में हंगल के लिए बहुत प्रसिद्ध है।

12.  कॉर्बेट नेशनल पार्क

·  यह पार्क वर्ष 1936 में हैली नेशनल पार्क के नाम से स्थापित हुआ। यह उत्तराखंड के पुरी तथा नैनीताल में अवस्थित है। उप-हिमालय पट्‌टी पर अवस्थित यह पार्क भौगोलिक तथा आर्थिक विशेषताएँ रखता है।

13. सुल्तानपुर नेशनल पार्क

·  यह पार्क हरियाणा के गुड़गाँव जिले में अवस्थित है। यह वर्ष 1972 में पक्षी आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया तथा वर्ष 1989 में यह पार्क बना।

14. मरुस्थल नेशनल पार्क

·  यह राजस्थान में जैसलमेर के समीप अवस्थित है। मरुस्थल नेशनल पार्क मरुस्थल पारिस्थितिकी का सबसे अच्छा उदाहरण है। इस पार्क में थार मरुस्थल का 20 प्रतिशत भाग रेतीली बालू है।

15. नाहरगढ़ नेशनल पार्क

·  यह पार्क जयपुर में आमेर पहाड़ियों में अवस्थित है। यह जयपुर से रेल, सड़क तथा हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा है।

16. सरिस्का नेशनल पार्क

· सरिस्का नेशनल पार्क या टाइगर आरक्षित क्षेत्र राजस्थान के अलवर जिले में अवस्थित है। यह दिल्ली-जयपुर हाईवे पर अलवर के निकट कनकवारी किले पर अवस्थित है। यहाँ का मुख्य आकर्षक जंतु टाइगर, पेंथर, नीलगाय, सांभर, चिंकारा तथा चार सींग वाला हरिण आदि पाए जाते हैं।

17.  रणथंभौर नेशनल पार्क

· यह पार्क दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में अवस्थित है। यह वर्ष 1973 में टाइगर रिज़र्व घोषित हुआ तथा वर्ष 1980 में नेशनल पार्क बना, यह पार्क मालवा- पइर के किनारों पर अवस्थित है। उत्तर में बनास नदी द्वारा तथा दक्षिण में चंबल नदी द्वारा इस पार्क की सीमा बनती है।

18. केवलादेव नेशनल पार्क

· यह राजस्थान के भरतपुर जिले में अवस्थित है। यहाँ अत्यंत दुर्लभ तथा विलुप्त होती पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। यह एक प्रमुख पर्यटक केंद्र भी है।

19. भरतपुर नेशनल पार्क

· भरतपुर नेशनल पार्क भरतपुर में गंभीरी तथा वेनगंगा नदी के समीप अवस्थित है। इसे UNESCO के द्वारा वर्ल्ड हैरिटेज साइट घोषित किया गया है।

20. दुधवा नेशनल पार्क

· यह उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में अवस्थित है। इसकी उत्तरी सीमा नेपाल द्वारा तथा दक्षिणी सीमा सुहेली नदी द्वारा बनती है। यह वर्ष 1958 में जीव आरक्षित क्षेत्र के रूप में विकसित हुआ। वर्ष 1977 में यह क्षेत्र नेशनल पार्क घोषित किया गया, वर्ष 1988 में इसे दुधवा टाइगर रिज़र्व के नाम से घोषित किया गया।

21. वाल्मीकि नेशनल पार्क

· यह बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में अवस्थित है। यह एक टाइगर रिज़र्व भी है। बिहार वाल्मीकि नेशनल पार्क की वनस्पति वास्तव में अपने आप में शानदार है।

22.  माउंट आबू जैवीय अभयारण्य

· यह भारत की सबसे पुरानी पर्वत श्रेणी अरावली में स्थित है। यह वर्ष 1960 में जैव आरक्षित घोषित किया गया, यह क्षेत्र जैवीय जैव-विविधता में धनी है। माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र स्थान है, जहाँ आर्किड की प्रजातियों का अवलोकन किया जा सकता है।

23. अन्नामलाई-पारमबीडुलम बाह्य अभयारण्य

· यह केरल के पालकड़ जिले में अवस्थित है। यह वर्ष 1973 में स्थापित हुआ यह अन्नामलाई तथा नौलमपट्‌टी के मध्य अवस्थित है।

24. ‘’ब्लैकबक राष्ट्रीय उद्यान’’

· यह राष्ट्रीय उद्यान गुजरात भावनगर में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 1976 में सौराष्ट्र में की गई तथा यह भावनगर शहर से लगभग 75 किमी. की दूरी पर स्थित है। खंभात की खाड़ी के दक्षिणी तट के किनारे यह 34 किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह राष्ट्रीय उद्यान काले हरिण, तिलोर तथा भेड़िया का प्राकृतिक वासस्थान है।

25. माधव राष्ट्रीय उद्यान

·  यह राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित है। शिवपुरी ग्वालियर के सिंधिया शासकों की ग्रीष्मकालीन राजधानी था, राष्ट्रीय उद्यान का भू-भाग विभिन्नताओं से भरा है। वनों से ढके पर्वत तथा झीलों के किनारे समतल घास के यह मैदानीप्रदेश जैव-विविधता के धनी हैं।

26. संजय गाँधी राष्ट्रीय उद्यान

· यह मध्य प्रदेश के सीधी जिले में स्थित है। इस उद्यान में साल (सखुआ) के वृक्ष, बाघ, तेंदुआ, चीतल, सांभर, नीलगाय तथा बनेला सूअर पाए जाते हैं।

27. वांसदा राष्ट्रीय उद्यान

· यह उद्यान दक्षिण गुजरात के नक्सारी जिले में अंबिका नदी के तट पर स्थित है तथा यह लगभग 25 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उद्यान वर्ष 1979 में स्थापित किया गया तथा प्राकृतिक सौंदर्य के साथ इस उद्यान में बाँस एवं कत्था के घने पर्णपाती वन पाए जाते हैं।

28. पंच राष्ट्रीय उद्यान

· यह मध्य प्रदेश में नागपुर से लगभग 70 किमी. की दूरी पर स्थित है। यहाँ दक्षिणी भाग में मानसूनी एवं पर्णपाती प्रकार की वनस्पति पाई जाती है। इस उद्यान में पर्यटन का सबसे अच्छा मौसम फरवरी से अप्रैल तक होता है।

29. फॉसिल (जीवाश्म) राष्ट्रीय उद्यान

·  मध्य प्रदेश के मंडला जिले में स्थित इस उद्यान में उन वनस्पतियों के जीवाश्म हैं, जो 150 मिलियन वर्ष पहले से लेकर 40 मिलियन वर्ष पहले तक पाए जाते थे। यह उद्यान सात गाँवों में फैला हुआ है तथा इसका कुल क्षेत्रफल 2,75,000 वर्ग मीटर है।

30. नागझिरा राष्ट्रीय उद्यान

· यह महाराष्ट्र के बांद्रा जिले में स्थित है। यहाँ विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं।

31.  नवेगाँव राष्ट्रीय उद्यान

· यह उद्यान महाराष्ट्र के विदर्भ प्रदेश में स्थित है। महाराष्ट्र में पाई जाने वाली पक्षियों की प्रजाति का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा इस राष्ट्रीय उद्यान में देखा जा सकता है।

32. बांधवगढ़

· यह मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में अवस्थित है। बांधवगढ़ वर्ष 1968 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया, यह उद्यान बाघ, चीता, मोर, सांभर और विभिन्न प्रकार के जीव-प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है।

33. मोलेम राष्ट्रीय उद्यान

· यह उद्यान गोवा राज्य में स्थित है तथा 107 वर्ग किमी. के प्रदेश में फैला हुआ है। इस उद्यान में तेंदुआ, गौर, चीतल, गंधबिलाव, उड़ने वाली गिलहरी, मालाबार में पाए जाने वाली विशाल गिलहरी, साल तथा विषैले साँप आदि पाए जाते हैं।

34. कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान

· यह राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में कोलाबा नदी के निकट स्थित है। यहाँ हरिण, जंगली सूअर, जंगली भैंस, नीलगाय तथा कई प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं।

35. कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान

· कुद्रेमुख कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले में एक पर्वत है। शाब्दिक रूप में इसका अर्थ घोड़े का चेहरा है। यह मूल रूप से लोहे के अयस्क का निक्षेप है। यह प्रदेश वन्य जीवों के मामले में धनी है। तुंगभद्रा तथा नेत्रावती जैसी महत्त्वपूर्ण नदियों का उद्गम स्थान कुद्रेमुख में है।

36. मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान

· यह नीलगिरि के दक्षिण-पूर्वी में स्थित है। नीलगिरि जिले में स्थित यह उद्यान ऊटाकामुंद हिल स्टेशन से पश्चिम की ओर स्थित है।

37. नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान

· यह उद्यान कर्नाटक में स्थित है। कर्नाटक के मैसूर जिले का यह उद्यान बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान से दक्षिण-पश्चिम की ओर स्थित है।

38. मुदुमलाई अभयारण्य

· यह तमिलनाडु राज्य के सबसे पश्चिमी भाग में स्थित है। यह नीलगिरि जिले से उत्तर-पश्चिम की ओर स्थित है। यह कोयंबटूर से लगभग 80 किमी. दूर है।

39. श्री वेंकटेश्वर राष्ट्रीय उद्यान

· यह राष्ट्रीय उद्यान आंध्र प्रदेश के कुडप्पा तथा चितूर जिले में स्थित है। यह उद्यान अनेक जलप्रपातों के लिए प्रसिद्ध है। जिसमें प्रमुख है- 1. आला कोना, 2. गुंडाल कोना, 3. गुंजाना

40. पालनी पहाड़ी राष्ट्रीय उद्यान

· यह राष्ट्रीय उद्यान तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में स्थित है। इसका विस्तार पालनी पहाड़ियों पर है तथा यह कोडाइकनाल वन्य जीव अभयारण्य के अत्यंत समीप है।

41. शांत घाटी राष्ट्रीय उद्यान

· यह उद्यान केरल राज्य के पल्लकड़ जिले में नीलगिरि पहाड़ियों में स्थित है। यह उद्यान 90 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। कुंथी नदी यही बहती है इस उद्यान का पर्यटक केंद्र सह्याद्रि में है।

42. पेरिया राष्ट्रीय उद्यान

· यह एक संरक्षित प्रदेश है तथा एक प्रोजेक्ट टाइगर रिज़र्व जो केरल के इडुक्की जिले में स्थित है। यहाँ हाथी, तेंदुआ, बर्नेला सूअर, गौर तथा विभिन्न प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं।

43. नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान

● यह राष्ट्रीय उद्यान नंदा देवी चोटी (समुद्री स्तर से 7818 मीटर ऊँचाई) के निकट स्थित है। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर फूलों की घाटी देखी जा सकती है। इस उद्यान में नंदा देवी अभयारण्य एक हिमनदीय बेसिन है। यह एक घोषित वर्ल्ड हेरिटेज साइट (अंतर्राष्ट्रीय धरोहर) है।

44. उत्तरी बटन द्वीप उद्यान

● यह राष्ट्रीय उद्यान अंडमान एवं निकोबार द्वीप में स्थित है। यह कई जीवों का वासस्थान है।

45.  नामेरी राष्ट्रीय उद्यान

● यह राष्ट्रीय उद्यान पूर्वी हिमालय के पाहगिरि में असम के सोनीतपुर जिले में स्थित है। यह हाथी, बाघ, तेंदुआ, गवल, सांभर, ओले, (एशियाई जंगली कुत्ता) पाढ़ा, बनैला, सूअर, रीछ, काला भालू, कैप्ट लंगूर तथा विशाल गिलहरी का वासस्थान है।

46.  नोकरेक राष्ट्रीय उद्यान

●  यह मेघालय राज्य के गारो पहाड़ी जिले से लगभग 2 किमी. दूर पूर्व में स्थित है। यहाँ विभिन्न प्रकार की वनस्पति तथा जानवर पाए जाते हैं।

47. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

● असम के गोलाघाट तथा नगाँव जिले में फैला यह उद्यान एक वर्ल्ड हेरिटेज साइट है तथा विश्व के लगभग दो-तिहाई एक सींग वाले राइनोसोरस (गैंडों की आबादी इस उद्यान में है।) यहाँ ब्रह्मपुत्र नदी बहती है। काजीरंगा में विश्व के बाघों की सबसे अधिक आबादी है तथा इसे वर्ष 2006 में एक टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया।

48. नामदफा राष्ट्रीय उद्यान

● यह राष्ट्रीय उद्यान पूर्वी हिमालय में अरुणाचल प्रदेश में स्थित है। यह एक राष्ट्रीय उद्यान और पक्षी अभयारण्य है। यहाँ पर भारत में लीसु जनजाति का आखिरी गाँव स्थित है।

49. सिरोई राष्ट्रीय उद्यान

● यह उद्यान मणिपुर में स्थित है तथा इसकी स्थापना वर्ष 1982 में की गई। यहाँ बाघ, तेंदुआ तथा ट्रेगोपेन पाए जाते हैं। इस उद्यान में प्रसिद्ध सिरोई लिली पाई जाती है।

50. काइबूल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान

● मणिपुर में लोकटक झील के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। यह मणिपुर के ब्री इंटलर्ड हरिण का आखिरी प्राकृतिक आश्रय है। इस हरिण का स्थानीय नाम सांगाई है। इसे मणिपुर का नाचने वाला मृग भी कहा जाता है।

51. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान

● यह उद्यान मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित है तथा 525 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहाँ बाघ, तेंदुआ, सांभर, चीतल, भेदकी, नीलगाय, चौसिया, चिंकारा पाए जाते हैं।

52. कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान

● यह एक राष्ट्रीय उद्यान तथा एक जैवमंडल संरक्षित क्षेत्र भी है जो सिक्किम राज्य के उत्तरी जिले में स्थित है। इस उद्यान का कुल क्षेत्रफल लगभग 850 वर्ग किमी. है। इस उद्यान में कई हिमनद हैं। जैसे- जेमू हिमनद। यह कस्तूरी मृग, साह हिमालयन भूरे भालुओं का वास स्थान है।

53. मथिकेत्तन शोला राष्ट्रीय उद्यान

● यह उद्यान केरल के इडुक्की जिले में स्थित है। इस उद्यान के पर्यावरण, जीव-जंतुओं तथा वनस्पति संपदा के संरक्षण के लिए वर्ष 2003 में इसे एक राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया।

54. बटन द्वीप राष्ट्रीय उद्यान

● यह उद्यान अंडमान एवं निकोबार द्वीप में स्थित है। यह पोर्ट ब्लेयर के निकट स्थित है। इस राष्ट्रीय उद्यान का कुल क्षेत्रफल 64 वर्ग किमी. है।

55. माउलिंग राष्ट्रीय उद्यान

● यह उद्यान अरुणाचल प्रदेश में शियांग जिले में स्थित है। यह उद्यान 500 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस उद्यान में जंगली भैंस, तेंदुआ, बाघ आदि पाए जाते हैं।

56. माउंट हैरिएट राष्ट्रीय उद्यान

● यह राष्ट्रीय उद्यान अंडमान तथा निकोबार द्वीप में स्थित है। यह एक लघु स्थान है जो जंगली सूअर, लवणीय जल में पाए जाने वाले मगरमच्छ, कछुओं तथा रौबर क्रैब (केकड़े) के लिए प्रसिद्ध है।

57. मृगावनी राष्ट्रीय उद्यान

● यह राष्ट्रीय उद्यान आंध्र प्रदेश के हैदराबाद शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित है। यहाँ लगभग 600 भिन्न किस्मों की वनस्पति देखी जा सकती है।

58. मुलेन राष्ट्रीय उद्यान

● यह उद्यान मिज़ोरम राज्य के छंपाई जिले में स्थित है। यह आइज़ोल से 245 किमी. दूर चीन पहाड़ियों के नजदीक स्थित है। यह लगभग 100 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला हुआ है।

59. फाबंगपुई नीला पर्वत राष्ट्रीय उद्यान

● यह राष्ट्रीय उद्यान मिजोरम के दक्षिण-पूर्वी भाग में स्थित है। म्यांमार की सीमा व चीन पहाड़ियों के निकट ये उद्यान लमचिता के लिए प्रसिद्ध है।

60. सैड्ल राष्ट्रीय उद्यान

● यह राष्ट्रीय उद्यान अंडमान तथा निकोबार में स्थित है। यहाँ पाए जाने वाले जीव हैं- जंगली सूअर, वॉटर मॉनीटर तथा कपोत।

Join Whatsapp GroupClick Here
Join TelegramClick Here

निरंतर भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान ऐसे ही नोट्स के साथ अपनी तैयारी जारी रखने के लिए हमारी वेबसाइट UPSC NOTES पर विजिट करते रहे यहां आपको प्रत्येक विषय के नोट्स ऐसे ही टॉपिक अनुसार निशुल्क पढ़ने के लिए मिलेंगे जिसे आप घर बैठे बहुत अच्छे से किसी भी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं

1 thought on “भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान”

Leave a Comment