इस पोस्ट में हम भारत की न्यायपालिका के बारे में पढ़ेंगे भारत में न्याय की क्या व्यवस्था है इसके बारे में जानेंगे क्योंकि यह भारतीय राजव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जिसे प्रत्येक विद्यार्थी को याद करना बहुत जरूरी है 

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Indian Judiciary Notes

सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court)

अनुच्छेद-124 में इस बात का उल्लेख है कि सर्वोच्च न्यायालय में 1 मुख्य न्यायाधीश के अलावा 7 अन्य न्यायाधीश होंगे।

 नोट :- वर्तमान में 1 मुख्य न्यायाधीश व 33 अन्य न्यायाधीश है।

28 जनवरी, 1950 को प्रथम महान्यायवादी एम.सी.सीतलवाड़ ने सर्वोच्च न्यायालय का उद्घाटन किया था।

हीरालाल.जे.कनिया – प्रथम मुख्य न्यायाधीश

योग्यताएँ

 1. भारत का नागरिक हो।

 2. किसी उच्च न्यायालय में पिछले 5 वर्षा से बैठते हो या किसी उच्च न्यायालय में पिछले 10 से अधिवक्ता हो या राष्ट्रपति की नजर में कानून का जानकार हो।

वेतन

 1. मुख्य न्यायाधीश – 2 लाख 80 हजार रुपये प्रति माह।

 2. अन्य न्यायाधीश – 2 लाख 50 हजार रुपये प्रति माह।

· नियुक्ति – राष्ट्रपति के द्वारा।

· सेवानिवृति आयु – 65 वर्ष

· पी.एन.भगवती – भारत में P.I.L के जनक।

· न्यायाधीशों को हटाना – कदाचार व असक्षमता के आरोप के आधार पर हटाया जा सकता है।

सर्वोच्च न्यायालय का क्षेत्राधिकार

 1. प्रारम्भिक क्षेत्राधिकार

 2. अपीलीय क्षेत्राधिकार

 3. परामर्शदात्री क्षेत्राधिकार

 4. अभिलेख न्यायालय

 5. मौलिक अधिकारों का रक्षक

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