आज इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं अंतरराष्ट्रीय परिवहन एवं संचार | International Transport and Communication कैसे होता है आपने देखा होगा कि दूसरे देशों से भारत में वस्तुओं का आयात एवं निर्यात किया जाता है यह किन-किन माध्यम से होता है इन सभी के बारे में आप पढ़ेंगे | यहां से बहुत बार परीक्षा में प्रश्न पूछा जा चुका है इसलिए इसे अच्छे से जरूर पढ़ें एवं याद कर ले

परिवहन एवं संचार के बारे में आपको भूगोल विषय में पढ़ने के लिए मिलता है इस टॉपिक को अच्छे से क्लियर करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा उपलब्ध करवाये गये इन नोट्स  को बिल्कुल भी इग्नोर ना करें

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

International Transport and Communication Notes in Hindi

परिवहन

व्यक्तियों और वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक वहन करने की सेवा या सुविधा परिवहन कहलाती है।

इसमें मनुष्यों, पशुओं और विभिन्न प्रकार की गाड़ियों का प्रयोग किया जाता है।

स्थल परिवहन

आरंभिक काल में मानव स्वयं वाहक होता था। बाद में मानव बोझ ढोने वाले पशुओं का परिवहन के रूप में प्रयोग करने लगा।

नोट:- पशु – हिमाच्छादित क्षेत्र – रेंडियर, कुत्ते

पर्वतीय क्षेत्र – खच्चर

मरुस्थलीय क्षेत्रों – ऊँट

ग्रामीण क्षेत्र – बैल

परिवहन के क्षेत्र में क्रान्ति 18वीं शताब्दी में आई क्यों कि 18वीं शताब्दी में भाप इंजन का आविष्कार हो गया था।

19वीं शताब्दी में रेल परिवहन का लोकप्रिय और तीव्रतम साधन था।

विश्व में पहली सार्वजनिक रेल 1825 ई. में स्टॉकटन से डर्लिगटन (उतरी इंग्लैण्ड) के बीच प्रारंभ हुई।

सड़क परिवहन में क्रान्ति सड़कों की गुणवत्ता और उन पर चलने वाले वाहनों का परिणाम है।

पाईपलाईन, तारमार्ग और राजमार्ग स्थल परिवहन के नवीनतम साधन है।

सड़क परिवहन

छोटी दूरियों के लिए सड़क परिवहन की अपेक्षा आर्थिक दृष्टि से अधिक लाभदायक है।

सड़कों द्वारा माल का परिवहन महत्त्वपूर्ण होता जा रहा है। क्योंकि यह घर तक वस्तुओं को पहुँचाने में सहायक है।

कच्ची सड़कें निर्माण की दृष्टि से सरल होती हैं। लेकिन सभी ऋतुओं में यह परिवहन योग्य नहीं होती है।

पक्की सड़कें भी भारी वर्षा और बाढ़ के दौरान गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो जाती है।

विश्व में कुल मोटर वाहन चलाने योग्य सड़कों की लम्बाई 150 लाख Km है। इसमें से 33% सड़कें केवल उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में है।

सड़कों का सर्वाधिक घनत्व और सर्वाधिक वाहन उत्तरी अमेरिका में है।

यातायात प्रवाह

जब सड़क तंत्र यातायात के अनुरूप विसित नहीं हो पाता तो उन पर संकुलता में वृद्धि होती है। नगरीय सड़कों पर दीर्घकालीन संकुलता पाई जाती है।

सड़कों पर संकुलता का उच्च और निम्न बिंदू विशेष समय में ही देखा जा सकता है।

जैसे – काम से पहले काम के बाद

महामार्ग

महामार्ग दूरस्थ स्थानों को जोड़ने वाली पक्की सड़कें होती हैं। इनका निर्माण इस प्रकार से किया जाता है कि यातायात बिना किसी रुकावट के हो सके।

अमेरिका

विश्व में सर्वाधिक महामार्ग घनत्व (0.65 प्रतिवर्ग Km) अमेरिका में है।

U.S.A. में प्रत्येक स्थान महामार्गों से अधिकतम 20Km की दूरी पर अवस्थित है।

U.S.A. के पूर्वी तट पर सभी नगर और पश्चिम तट पर स्थित नगर आपस में जुड़े हुए है।

कनाडा

पार कर्नेडियन महामार्ग न्यूफाउण्डलैण्ड प्रांत (पूर्वी तट) के सेंट जॉन नगर को ब्रिटिश कोलम्बिया प्रांत (पश्चिमी तट) के वैंकुवर नगर से जोड़ता है।

अलास्का महामार्ग कनाड़ा के एडमंटन नगर को अलास्का के एकेराज नगर से जोड़ता है।

रूस

रूस में महामार्गों का विकास यूरोपियन रूस में अधिक हुआ है।

रूस का एक महामार्ग मास्को नगर को प्रशांत तट पर स्थित ब्लाडिवोस्टक नगर से जोड़ता है।

अफ्रीका

अफ्रीका का एक महामार्ग अल्जियर्स नगर को गुयासना के कोनाक्री नगर से जोड़ता है।

सीमावर्ती सड़कें

अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं के सहारे बनाई गई सड़कें सीमावर्ती सड़कें कहलाती है।

ये सीमावर्ती क्षेत्रों को प्रमुख नगरों से जोड़ती हैं।

इन सड़कों का रक्षा की दृष्टि से महत्त्व अधिक होता है।

रेलमार्ग

विश्व में लगभग 13 लाख कि.मी. लंबे रेल यातायात मार्ग है। रेलमार्गों का सर्वाधिक घनत्व यूरोप में पाया जाता है।

विश्व में सर्वाधिक रेल घनत्व वाला देश बेल्जियम (6.5 प्रतिवर्ग कि.मी.) है।

विश्व में रेलमार्गों का अधिकतम घनत्व औद्योगिक प्रदेशों में देखने को मिलता है।

विश्व में लंदन, वारसा, ब्रुसेल्स, मिलास, पेरिस और बर्लिन महत्त्वपूर्ण रेल केन्द्र हैं।

यूरो टनल ग्रुप द्वारा संचालित एक सुरंग लंदन को पेरिस से जोड़ती है।

रूस

रूस में 90% रेलमार्ग यूरोपिय रूस में फैले है, जिनका मुख्य केन्द्र मॉस्को है।

U.S.A.

U.S.A. में रेलमार्गों का साधन जाल पूर्वी तट पर पाया जाता है।

कनाडा

कनाडा में रेल परिवहन सार्वजनिक क्षेत्र में आता है। कनाडा में उच्च औद्योगिक क्षेत्रों और नगरों में रेलमार्गों का विकास अधिक हुआ। कनाडा में विरल जनसंख्या वाले क्षेत्रों में भी रेलमार्ग विस्तृत है।

ऑस्ट्रेलिया

यहाँ रेलमार्गों की कुल लम्बाई 40,000 कि.मी. है। रेलमार्गों का 25% भाग केवल न्यूसाउथ वेल्स राज्य में है।

ऑस्ट्रेलिया में एक रेलमार्ग सिडनी को पर्थ से जोड़ता है।

न्यूजीलैण्ड

यहाँ रेलमार्गों का विकास केवल उत्तरी न्यूजलैण्ड में हुआ है जो कृषि क्षेत्र को अपनी सेवाएँ प्रदान करता है।

दक्षिण अमेरिका

यहाँ रेलमार्गों का सर्वाधिक विकास अर्जेंटिना और ब्राजील में हुआ है।

इन दोनों देशों के पश्चात् रेलमाार्ग का विकास चिली में भी अधिक हुआ है।

अफ्रीका

यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप होते हुए भी यहाँ रेलमार्गों की कुल लम्बाई 40,000 कि.मी. है, जिसमें से 18000 कि.मी. लम्बाई केवल दक्षिण अफ्रीका में है, जो खनिज क्रियाकलापों में अपनी सेवा प्रदान करते हैं।

अफ्रीका में 4 प्रमुख रेलमार्ग हैं-

1. बेंगुल्ला रेलमार्ग – यह अंगोला से जाम्बिया-कटंगा ताम्र पेटी से गुजरता है।

2. तंजानिया रेलमार्ग – यह जाम्बिया ताम्र पेटी से तट पर स्थित दार-ए-सलाम तक है।

3. केपटाउन से प्रिटोरिया रेलमार्ग – दक्षिण अफ्रीका

4. बोत्स्वाना-जिम्बाबे रेलमार्ग – यह स्थलबद्ध देशों दक्षिण अफ्रीका के रेलमार्ग से जोड़ता है।

पार महाद्वीपीय रेलमार्ग

ये पूरे महाद्वीप से होकर गुजरते हैं।

ये महाद्वीप के दोनों छोर को आपस में जोड़ते हैं।

इनका निर्माण आर्थिक और राजनीतिक महत्त्व को ध्यान में रखकर किया जाता है।

पार कनैडियन रेलमार्ग

कुल लम्बाई – 7050 कि.मी.

जोड़ता है- हैलीफैक्स नगर – वैंकुवर नगर

मार्ग में नगर – क्यूबेक, मॉन्ट्रियल, सडबरी, विनियोग, रोगिना, कैलगरी, कैमलूप्स

निर्माण – 1886 ई.

विशेषता – क्यूबे -मॉन्ट्रियल

औद्योगिक प्रदेश और शंकुधारी मेखला वन पेटी से जुड़ने के कारण इसका महत्त्व बढ़ गया है।

यह रेलमार्ग कनाडा की धमनी कहलाती है।

पार साइबेरियन रेलमार्ग

सेंटरिट्सबर्ग – ब्लाडिवेस्टक को जोड़ता है।

मार्ग में नगर – मोस्को, कजान, ट्यूमिन नोवोसीबिर्स्क, चिता खबरोवस्क

विशेषताएँ –

यह विश्व का सबेस लम्बा (9,322 किमी.) रेलमार्ग है।

यह यूराल पर्वत और लीना तथा पेनेसी नदियों से होकर गुजरता है।

चीता- कृषि केन्द्र

इरकुस्टस्क- फर केन्द्र

ट्रांस ऑस्ट्रेलियन रेलमार्ग

जोड़ता है- पर्थ को सिडनी

मार्ग में नगर – कालगुर्ली, ब्रोकन हिल, पोर्ट अगस्ता

विशेषता- इससे एक दक्षिण की ओर लाईन निकलती है, जो इसे एडिलेट से जोड़ती है।

ओरियट एक्सप्रेस रेलमार्ग

जोड़ता है- पेरिस से इस्ताबुल

मार्ग में नगर- स्ट्रेसबर्ग, विएना, बेलग्रेड, म्यूनिख

व्यापार- सूअर मांस, पनीर, शराब, फल मशीनरी

संघ और प्रशांत रेलमार्ग

जोड़ता है- न्यूयॉर्क से सेन फ्रांसिस्को

मार्ग में नगर- क्वीवलैण्ड, शिकागो, ओमाहा, इवांस, सैक्रामेंटो

व्यापार – लौह अयस्क, अनाज, कागज, रसायन मशीनरी

ट्रांस एडियन रेलमार्ग

जोड़ता है- वाल्पेरेजो से ब्यूनर्स आयर्स

विशेषताएँ- यह एण्डिज पर्वत में स्थित उस्पलाता दर्रे से होकर गुजरता है।

Join Whatsapp GroupClick Here
Join TelegramClick Here

उम्मीद करते हैं इस पोस्ट में हमने अंतरराष्ट्रीय परिवहन एवं संचार के साधन | स्थल एवं सड़क परिवहन से संबंधित नोट्स जो आपको उपलब्ध करवाई है वह आपको जरूर अच्छे लगे होंगे अगर आप इसी प्रकार टॉपिक के अनुसार सभी विषयों के नोट्स बिल्कुल फ्री में पढ़ना चाहते हैं तो हमारी इस वेबसाइट पर रोजाना विजिट करते रहे जिस पर हम आपको कुछ ना कुछ नया उपलब्ध करवाते हैं