अगर आप सिविल सर्विस परीक्षा या अन्य किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और भारतीय राजव्यवस्था विषय आपके सिलेबस में है तो उसमें आपको राज्य विधायिका के बारे में पढ़ने के लिए मिलेगा आज हम इसी टॉपिक नोट्स उपलब्ध करवा रहे हैं जिसमें आप राज्य विधायिका क्या है के बारे में सरल एवं आसान तरीके से पढ़ सकते हैं
अगर आप राज्य – विधायिका के बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं तो हमारे इन नोट्स को एक बार जरूर पढ़ते आपको फिर अन्य कहीं से इसके बारे में पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी
राज्य विधायिका
विधानपरिषद्
· विधानपरिषद् राज्य विधानमण्डल का ‘उच्च सदन’ होता है।
· सदस्य बनने हेतु न्यूनतम आयु 30 वर्ष है।
· इसके प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल 6 वर्ष होता है।
· वर्तमान में केवल 6 राज्यों में विधानपरिषदें विद्यमान हैं जो निम्नलिखित हैं–
(i) उत्तर प्रदेश (ii) कर्नाटक (iii) महाराष्ट्र
(iv) बिहार (v) आन्ध्रप्रदेश (vi) तेलंगाना
अनुच्छेद-171 के तहत किसी भी राज्य की विधानपरिषद् की अधिकतम सदस्य संख्या उस राज्य की विधानसभा की कुल सदस्य संख्या का 1/3 तथा न्यूनतम 40 होगी।
विधानसभा
· विधानसभा राज्य विधानमण्डल का ‘निम्न सदन’ होता है।
· इसके सदस्य बनने की न्यूनतम आयु 25 वर्ष है।
· विधानसभा का कार्यकाल 5 वर्ष होता है।
· ये जनता द्वारा वयस्क मताधिकार के आधार पर प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित प्रतिनिधियों का सदन होता है।
· राज्य विधानसभा को 7वीं अनुसूची में वर्णित राज्य सूची के विषय पर कानून बनाने का अधिकार प्राप्त है।
· विधानसभा में निर्वाचित सदस्य राष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेते है।
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उम्मीद करते हैं इस राज्य विधायिका क्या है पोस्ट में हमने जो आपको नोट्स उपलब्ध करवाये है वह इस टॉपिक के लिए पूर्ण होंगे अगर आपको यह नोट्स अच्छी लगे हो तो इन्हें अपने दोस्तों एवं अन्य ग्रुप में जरूर शेयर करें एवं अपनी तैयारी ऐसे नोट्स के साथ करने के लिए हमारी इस वेबसाइट UPSC NOTES पर विजिट करते रहे