मानव बस्ती – नगरीय बस्तियों का वर्गीकरण एवं समस्याएं

इस पोस्ट में हम Indian Geography Class 12 Chapter 10 Notes : मानव बस्ती की बात करने वाले हैं क्योंकि यह टॉपिक भारतीय भूगोल का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है जो आपको कक्षा 12 के अध्याय 10 में पढ़ने के लिए मिलता है इसलिए मानव बस्ती – नगरीय बस्तियों का वर्गीकरण एवं समस्याएं अध्याय के नोट्स हम आपके लिए नि शुल्क लेकर आए हैं ताकि आप इसे अच्छे से तैयार कर सके और याद कर सके 

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मानव बस्ती – नगरीय बस्तियों का वर्गीकरण एवं समस्याएं

नगरीय बस्तियाँ

· नगरीय विकास एक नूतन परिघटना है।

· विश्व की पहली नगरीय बस्ती लंदन को माना जाता है। 1810 में लंदन की जनसंख्या 10 लाख थी।

· 1982 तक आते-आते विश्व में 10 लाख की आबादी वाले नगरों की संख्या 175 हो गई थी।

विश्व में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत
वर्षप्रतिशत
18003
18506
190014
195030
198237
200148
201754

नगरीय बस्तियों का वर्गीकरण

· विश्व के सभी देशों में नगरीय बस्तियों के वर्गीकरण आधार अलग-अलग है-

 – जनसंख्या का आकार

 – व्यवसाय

 – प्रशासकीय ढाँचे

जनसंख्या का आकार

· नगरीय क्षेत्रों को परिभाषित करने के लिए अधिकतर देशों में इसी मापदण्ड को अपनाया गया है। लेकिन सभी देशों में जनसंख्या आकार की निचली सीमा भिन्न-भिन्न निर्धारित की गई है-

 – डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैण्ड – 250

 – आइसलैण्ड – 300

 – कनाडा, वेनेजुएला – 1000

 – कोलम्बिया – 1500

 – अर्जेटिना, पुर्तगाल – 2000

 – थाइलैण्ड, U.S.A – 2500

 – भारत – 5000

 – जापान – 30000

व्यवसायिक संरचना

· इटली – नगरीय क्षेत्रों में 50% जनसंख्या गैर कृषि कार्यों में संलग्न हो।

· भारत – नगरीय क्षेत्रों में 50% जनसंख्या गैर कृषि कार्यों में संलग्न हो।

प्रशासन

स्थिति

· नगरीय केन्द्रों की स्थिति उनके द्वारा संपन्न कार्यों के आधार पर देखी जाती है-

 – खनन नगर – आर्थिक दृष्टि से उपयोगी खनिज होने चाहिए

 – औद्योगिक नगर – स्थानीय शक्ति के साधन और कच्चा माल

 – पर्यटक नगर – आकर्षण दृश्य, ऐतिहासिक अवशेष, औषधिय झरना

     – सामरिक नगर – जहाँ उसे प्राकृतिक सुरक्षा मिले

 – पतन नगर – पोताश्रय (बंदरगाह)

· प्राचीन समय नगरीय बस्तियों की स्थिति निम्न बातों पर निर्भर करती थी-

 – जल की उपलब्धता

 – ग्रह निर्माण सामग्री

 – उपजाऊ भूमि

· वर्तमान में इन कारकों का महत्त्व कम नहीं हुआ लेकिन अब ऐसे स्थानों पर भी बस्तियाँ विकसित की जा सकती है जहाँ ये कारक उपलब्ध नहीं है।

नगरों का वर्गीकरण – कार्य के आधार पर

1.  प्रशासनिक नगर – किसी राष्ट्र की राजधानी जहां केन्द्र सरकार के कार्यालय होते है, उन नगरों को प्रशासनिक नगर कहा जाता है।

 जैसे- दिल्ली, वशिगटन D.C., अदीस अबाबा, लंदन, चैन्नई, अलबैनी, विक्टोरिया

2. व्यापारिक व व्यावसायिक नगर – विश्व में ऐसे नगर जो कृषि बाजार, बैंकिंग और परिवाहन के केन्द्र है,  उन नगरों को व्यापारिक व व्यावसायिक नगर कहा जाता है।

 जैसे- कृषि बाजार – विनिपेग, कंसास

परिवहन – बगदाद, लाहौर, आगरा,

बैंकिंग और वित्तीय कार्य – फ्रैंकफर्ट, एम्सटर्डम

अंतर्देशीय केन्द्र – मैनेचेस्ट, सेंट लूईस

3. सांस्कृतिक नगर – ऐसे नगर जिनका धार्मिक दृष्टिकोण से महत्त्व अधिक है, उन नगरों को सांस्कृतिक नगर कहते हैं।

 जैसे – बनारस, जेरुसलम, मक्का, जगन्नाथ पूरी

नोट:- औद्योगिक नगर – पिट्सबर्ग, जमशेदपुर

 – स्वास्थ्य व मनोरंजन – मियामी, पणजी

 – खनन – ब्रोकन हिल, धनबाद

अदीस अबाबा – अर्थ- नवीन पुष्प

 – यह इथोपिया की राजधानी है।

 – इसकी स्थापना 1878 ई. में हुई।

 – मरकाटो एक विकसित बाजार है जो उत्तर में काहिरा से लेकर दक्षिण में जोहांसबर्ग के बीच सबसे बड़ा बाजार है।

केनबरा

· यह ऑस्ट्रेलिया की राजधानी है।

· इसके नगर के वास्तुकार अमेरिकी वाल्टर बरली ग्रिफिन थे। इन्होंने 1912 में इस नगर को 25000 निवासियों के आधार पर डिजाईन किया था।

आकार के आधार पर नगरों का वर्गीकरण

नगर – जहाँ निर्माण, थोक व खुदरा व्यापार और व्यावसायिक सेवाएँ विद्यमान हो।

शहर – यह अग्रणी नगर होते है। इसमें नगरों की तुलना में आर्थिक कार्य अधिक होते है।

· यह प्रशासनिक कार्यालय, वित्तीय संस्थान और परिवहन के केन्द्र होते हैं।

· लेविस ममफोर्ड के शब्दों में – वास्तव में शहर उच्च और जटिल प्रकार के सहचारी जीवन का भौतिक रूप है।

मिलियन सिटी – जिन नगरों में जनसंख्या 10 लाख या अधिक हो।

 – लंदन – 1800   1950-80 मिलियन सिटी

 – पेरिस – 1850   1975 – 160 मिलियन सिटी

 – न्यूयॉर्क – 1860  2005-438 मिलियन सिटी

                  2016-512 मिलियन सिटी

       2030- 662 मिलियन सिटी (अनुमानित)

सन्नर – जब 2 नगर या शहर मिलकर एक विशाल नगर या शहर का निर्माण करते है तो उसे सन्नगर कहते है।

· सन्नगर शब्द का प्रयोग सबसे पहले 1915 में पैंट्रिक गिडिज ने किया।

· उदाहरण – ग्रेटर लंदन

– शिकागे

– मानचेस्टर

–  टोक्यो

विश्वनगरी – सन्नगरों का समूह।

· यह शब्द यूनानी शब्द “मेगोलोपोलिस” से बना। जिसका अर्थ विशाल नगर होता है।

· इस शब्द का सबसे पहले प्रयोग 1957 में जीन गोटमेन ने किया।

 उदाहरण – U.S.A. – पूर्वी तट पर

उत्तर में – बोस्टन         – क्षेत्र – नगरीय भूदृश्य

दक्षिण में  – वाशिगटन   

मेगासिटी – जहाँ जनसंख्या 1 करोड़ या इससे अधिक हो।

· विश्व की पहली मेगासिटी न्यूयॉर्क (1950) है।

· वर्तमान में विश्व में 25 मेगासिटी है।

नगरीय बस्तियों की समस्याएँ

· गंदी बस्तियों की संख्या में वृद्धि

· गंदी बस्तियाँ अनधिकृत क्षेत्र पर स्थापित

· पीने योग्य जल की कमी

· शिक्षा सेवाओं का अभाव

· चिकित्सा सेवाओं का अभाव

· बिजली की कमी

विश्व के मेगासिटी

क्र.सं.नगर व देश का नामजनसंख्या(दस लाख में)
1.टोक्यो, जापान – सर्वाधिक जनसंख्या38140
2.दिल्ली, भारत26454
3.शंघाई, चीन244484
4.मुंबई, भारत21357
5.साओ पाओलो, ब्राजील21297
6.बीजिंग, चीन21240
7.मैक्सिको सिटी, मैक्सिको21157
8.किन्की एम.एम.ए. ओसाका, जापान20337
9.एल-काहिराह (कैयरो), मिस्र19128
10.न्यूयार्क, संयुक्त राज्य अमेरिका18604
11.ढाका, बांग्लादेश18237
12.कराची, पाकिस्तान17121
13.ब्यूनस ऑयरस, अर्जेंटीना15334
14.कोलकाता भारत14980
15.इस्तांबुल, तुर्की14365
16.चॉन्गकिंग, चीन13744
17.लागोस, नाइजीरिया13661
18.मनीला, फिलीपींस13131
19.ग्वान्गजोओ, ग्वान्गडोंग चीन13070
20.रियो-डी-जेनेरो, ब्राजील12981
21.लॉस एंजल्सि, संयुक्त राज्य अमेरिका12317
22.मॉस्को, रूस फेडरेशन12260
23.किन्शासा, (डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ द कांगो)12071
24.त्यॉजिन, चीन11558
25.पेरिस, फ्रांस10925
26.शेनझेन, चीन10828
27.जर्काता, इंडोनेशिया10483
28.बेंगलुरू, भारत10456
29.लंदन, ग्रेट ब्रिटेन10434
30.चेन्नई, भारत10163
31.लिमा, पेरु10072

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